हमें 5 बातों के बारे में बात करने की जरूरत है जो बताता है कि कुंडली में आपका मंगल मजबूत है या कमजोर है

 

हमें 5 बातों के बारे में बात करने की जरूरत है जो बताता है कि कुंडली में आपका मंगल मजबूत है या कमजोर है

  यह पांच बातें आपको बताएंगे कुंडली में बैठा हुआ मंगल आपके लिए अच्छे रिजल्ट दे रहा है या फिर बुरे रिजल्ट दे रहा है। और एंड में जो आपको पॉइंट्स मिलेंगे वह कुछ नई चीज़ रिवील करेंगे। 

और पहला हमारा टॉपिक है बोल्ड या फिर करेजियस होना। 

जब मंगल स्ट्रांग होता है तो इंसान बहुत ज्यादा करेजियस होता है। निडर होता है। कोई भी कुछ बोलकर उस पे अपनी धौस नहीं जमा सकता। वो कहता है बेटा चल यार मुझ मेरे ऊपर नहीं चलेगा यहां पे। वहीं पर जब मंगल वीक होता है तो इंसान इंपल्स में आकर गलत फैसले लेता है। बिना सोचे समझे झगड़े में फंस जाता है। और जब गुस्सा आता है तब उस गुस्से से अपना ही नुकसान या अपने ही सामानों का नुकसान करने लग जाता है। 

दूसरा पॉइंट है डिसिप्लिन और फिटनेस का। 

अगर मंगल बहुत अच्छा है तो इंसान योगा, जिम, रनिंग, जॉगिंग या फिर किसी तरह की कोई मेंटल एक्सरसाइज करता है, ऑडियो वगैरह करता है, एक वॉरियर की तरह अपनी बॉडी का ख्याल रखता है। वहीं पर जब यह मंगल बैड है तो सोफे पे बोरी की तरह पड़ा हुआ है। कुछ फिजिकल एक्टिविटी से लेना देना नहीं है उसका। उसकी फिजिकल एक्टिविटी यही है कि डिलीवरी आ गई है। चलो खाना ले लेता हूं। मोमोज खाने हैं। वहीं पे 

तीसरा पॉइंट हमारा आता है पैशन का।

 जब मंगल बहुत मजबूत होता है तो इंसान बैलेंस्ड है। पैशनेट है। मैग्नेटिक प्रेजेंस रखता है अपनी और हेल्दी रिलेशनशिप ड्राइव भी रखता है और जीवन में कुछ बड़ा करना है। ये लोग ज्यादा खुश नहीं हो पाते। अच्छे मंगल वाले क्योंकि इन्हें और बड़ा और बड़ा और बड़ा चीजें चाहिए। वहीं पर बैड मंगल जब है तो इंसान ज्यादा पैशनेट नहीं होता है। डिसइंटस्ट से अपना काम करता है। इवन उसके इमोशनल मेस भी 100% तक उसके लिए काम कर रहे होते हैं। मेरा पर्पस क्या है? मेरा पैशन क्या है? वो ज्यादा पता नहीं कर पाताहै। 

नेक्स्ट पॉइंट है हमारा एक्शन ओरिएंटेड थिंकिंग। 

अगर मंगल बहुत अच्छा है तो आप सोचेंगे कि यार यह काम आया करके खत्म करते हैं, फेंकते हैं। एक्शन करते हैं। ज्यादा नहीं सोचेंगे। यह डूएबल है विद इन 5 मिनट कर सकता हूं। जब मंगल बैड होता है तो इंसान बहुत स्पीड में अपने काम नहीं करता। प्रोकस्टिनेशन ज्यादा करता है। कल पढ़ाई करेंगे। कल काम करेंगे। यह वाले ईमेल का रिप्लाई परसों करेंगे। अभी नहीं करते हैं और अपने लिए काम का बिल्ड अप बढ़ाता जाता है। क्योंकि टाल रहा है तो काम ज्यादा बढ़ जाएगा इसका। 

लास्ट पॉइंट है हमारा एंगर मैनेजमेंट। 

अगर अच्छा मंगल है तो गुस्सा जहां करना है वहां आप गुस्सा करते हो और जहां पर चुप रहना है आपका काम निकलने वाला है। इस बात को समझते हो और रिस्पेक्ट करते हो सामने वाले की। और वहीं पर जब मंगल बुरा है तो आप कहते हो मुझे गुस्सा आ गया तो ठीक है। गुस्से में मैंने कर दिया। गुस्से में रिलेशनशिप ब्रेक कर दिए। फोन तोड़ दिए। गुस्से में बॉस पर चिल्ला बैठे। मैं ऐसा ही हूं। मैं क्या करूं? 

इस तरह की बातें आप करते हो तो मंगल आपका अच्छा है या बुरा है या फिर आपको कितने पॉइंट्स मिले कमेंट करके जरूर बताइएग 


Comments

Popular posts from this blog

5 कारणों से लोग 5 चीजों से सफल होते हैं जो बताता है कि कुंडली में आपका बुध मजबूत है

महालक्ष्मी घर के पीछे का अप्रत्याशित सत्य

What Most People Don't Know About Rahu ketu ki best position